विश्‍वविद्यालय के मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान विद्यापीठ के अंतर्गत इस केंद्र की स्‍थापना वर्ष 2009 में की गई । देश के प्रचलित मानकों के साथ चल रहा समाज कार्य पाठ्यक्रम राष्‍ट्रहित में एक चुनौती के रूप में गांधी-मूल्‍यों का प्रसार करते हुए स्‍वाबलंबन की सीख देता है । यह पाठ्यक्रम शास्‍त्रीय अध्‍ययन मात्र नहीं बल्कि कार्य व्‍यवहार का विशाल क्षेत्र निर्मित करता है जिससे जीवन और जीविका दोनों की सुरक्षा संभव हो पाती है । केंद्र अपने पाठ्यक्रमों के माध्‍यम से ऐसे सुप्रशिक्षित विद्यार्थियों को तैयार करने को प्रत्‍यनशील है जो अकादमिक एवं व्‍यावहारिक तौर पर समाज के तमाम अन्‍यायों एवं शोषण के प्रति आवाज मुखर करते हुए सशक्‍त हस्‍तक्षेप कर सामाजिक न्‍याय पर आधारित समाज का निर्माण कर सके । केंद्र प्रचलित समाज कार्य के पठन-पाठन में एक सशक्‍त हस्‍तक्षेप करते हुए ऐसे मानव संसाधनों को प्रशिक्षित करने का प्रयास करेगा जो समाज में सह संवेदी होते हुए समाज कार्य की नई प्रविधि एवं दृष्टिकोणों की खोज कर सके साथ ही ऐसा करते हुए अद्यतन तकनीकों के प्रयोग के माध्‍यम से समाज के साथ अपने ज्ञानोत्‍पादन को साझा कर सके ।

केंद्र द्वारा संचालित पाठ्यक्रम

·       समाज कार्य में स्नातक (बी.एस.डब्‍ल्‍यू.)

·       समाज कार्य में स्नातकोत्तर (एम.एस.डब्‍ल्‍यू.)

·       एम.फिल.(समाज कार्य)

·       पीएच.डी.(समाज कार्य)