मानवविज्ञान विभाग

विश्‍वविद्यालय द्वारा अपनाए गएयू.जी.सी. 2016  अधिनियम तथा 27.04.2020 को अकादमिक परिषद द्वारा स्वीकृत के अनुरूप मानवविज्ञान विभाग द्वारा संचालित पी-एच.डी. पाठ्यक्रम की पाठ्यचर्याओं का विवरण निम्‍नलिखित है –

पाठ्यक्रम

सेमेस्‍टर

क्रेडिट

अवधि

सेमेस्‍टर

अनिवार्य (क्रेडिट प्रति सेमेस्‍टर 20 कुल)

ऐच्छिक

 

 

आधार

(Foundation)

मूल (Core)

आधार

(Foundation)

-

-

 

पाठ्यचर्या

(Course)

क्रेडिट

पाठ्यचर्या

(Course)

क्रेडिट

पाठ्यचर्या

(Course)

क्रेडिट

 

पी-एच.डी. मानवविज्ञान

न्‍यूनतम

06

अधिकतम

12

सेमेस्‍टर

120/100 क्रेडिट

(एम.ए. उत्तीर्ण हेतु कुल 120 क्रेडिट और एम.फिल. उत्तीर्ण हेतु 100 क्रेडिट)

1 क्रेडिट =30 घंटे

सेमेस्‍टर 1*

· कम्‍प्‍यूटर अनुप्रयोग

04

·   शोध पद्धतिशास्त्र के मूलतत्‍व

·   शोध एवं प्रकाशन नैतिकता

·   मानवविज्ञान में शोध पद्धतियाँ

·   मानवविज्ञान के परिप्रेक्ष्य एवं उपागम प्रविधि/गुणात्मक और गणनात्मक आंकड़ों का विश्लेषण

 

02

 

 

02

 

04

 

 

04

मानवविज्ञान के परिप्रेक्ष्य एवं उपागम प्रविधि/ गुणात्मक और गणनात्मक आंकड़ों का विश्लेषण

04

(अतिरिक्‍त)

 

20

न्‍यूनतम 05 सेमेस्‍टर तथा अधिकतम 12 सेमेस्‍टर

 

 

·   रिसर्च एसोशिएटशिप एंड टीचिंग एसोशिएटशिप

·   शोध प्रबंध लेखन

·   मौखिकी

 

10 (अतिरिक्‍त)

 

80

 

20

 

 

 

100

 

कुल क्रेडिट

120

 

टिप्‍पणी :*एम.फिल. उपाधि प्राप्‍त शोधार्थियों को कोर्स वर्क (20 क्रेडिट) से मुक्‍त रखा गया है। एम.फिल. के 20 क्रेडिट पी-एच.डी. में स्‍थानांतरित किए जाएंगे ।

·  अन्‍य मामलों अथवा समस्‍या निवारण के लिए विश्‍वविद्यालयका संबंधित अध्‍यादेश अथवा सक्षम प्राधिकारी का निर्णय अंतिम होगा।


प्रस्तुत मॉड्यूल (पुरातात्विक मानवविज्ञान, मॉड्यूल 02) का अध्ययन करने के उपरांत विद्यार्थियों को निम्नलिखित जानकारी प्राप्त होगी-

·         भूवैज्ञानिक समय-मान को समझना

·         पुरापाषाण काल को जानना

·         पुरापाषाण कालीन जलवायु को समझना

·         पुरापाषाण कालीन मानव के जीवन को समझना