प्रस्तुत
पाठ्यचर्या में जापानी भाषा एवं लिपि (हीरागाना एवं काताकाना) का परिचय तथा अभ्यास, दैनंदिनी में प्रयोग होने वाले विभिन्न अभिवादन, आत्म-परिचय, सकारात्मक/नकारात्मक/प्रश्नवाचक वाक्यों
की बुनियादी संरचना, यह-वह/यहाँ-वहाँ/
समय/बजे आदि से संबंधित बुनियादी वाक्य संरचना का प्रयोग एवं आना-जाना-लौटना आदि
क्रियाओं के प्रयोग तथा अभ्यास के माध्यम से हीरागाना एवं काताकाना लिपि
लेखन में दक्षता के साथ-साथ लगभग 315 नये शब्दों
एवं लगभग 39 व्याकरणिक स्ट्रक्चर्स से परिचित कराया जाएगा।
प्रस्तुत
पाठ्यचर्या में जापानी भाषा की कांजी लिपि का परिचय तथा अभ्यास, भूतकाल के वाक्यों की
सकारात्मक वाक्य संरचना, जापानी विशेषणों का परिचय
एवं प्रकार, पसंद-नापसंद एवं कारण बताने से संबंधित बुनियादी वाक्य संरचना, जापानी शिष्टाचार का परिचय
तथा
अभ्यास के माध्यम से लगभग
40 कांजी लिपि चिह्नों में दक्षता के साथ-साथ लगभग 161 नये शब्दों
एवं लगभग 18 व्याकरणिक स्ट्रक्चर्स से परिचित कराया जाएगा।