यह कार्यक्रम हिंदी एवं तुलनात्मक साहित्य विभाग के साथ मिलकर संचालित किया जा रहा है। विद्यार्थी प्रथम दो सेमेस्टर हिंदी एवं तुलनात्मक साहित्य विभाग में अध्ययन करेगा और तृतीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर के दौरान अनुवाद अध्ययन विभाग में पढ़ेगा।

ज्ञान संबंधी :

1. हिंदी भाषा एवं साहित्य के साथ-साथ अनुवाद के स्वरूप, सिद्धांत, प्रकार, प्रविधि एवं अभिगमों की जानकारी।

2. निर्वचन की परंपरा, महत्व एवं प्रविधि का ज्ञान। 

3. विभिन्न क्षेत्रों में अनुवाद का अनुप्रयोग एवं उनकी जानकारी ।

4. मशीनी अनुवाद क्षेत्रसे परिचय ।

5. भाषाएवं भाषा के व्याकरण एवं संरचना का बोध ।

कौशल/दक्षता संबंधी :

6.  अनुवाद कर्म में दक्षता ।

7. अनुवाद के लिए मशीनी प्रणाली का प्रयोग ।

8. अनुवाद समीक्षा एवं मूल्यांकन करने की क्षमता ।

रोजगार संबंधी :

9. सरकारी/सार्वजनिक /निजी क्षेत्रों के उपक्रमों में अनुवादक तथा राजभाषा अधिकारी के रूप में कार्य ।

10. स्वतंत्र व्यावसायिक अनुवादक के रूप में कार्य ।

11. अनुवाद समीक्षक एवं/ मूल्यांकन कर्ता के रूप में कार्य ।


यह पाठ्यचर्या अनुवाद के मशीनी पक्ष से संबंधित है। इस पाठ्यचर्या के अंतर्गत मशीनी अनुवाद की अवधारणा, विकास एवं प्रयोग के बारे में विस्तार से बताया जाएगा । मशीन अनुवाद के विभिन्न घटकों, पद्धतियों एवं प्रक्रियाओं से हम परिचित होंगे । मशीन अनुवाद के विभिन्न चुनौतियों एवं समस्याओं से हम परिचित होंगे तथा उनका निराकरण किस तरह से किया जाए इस पर विचार करेंगे।

अपेक्षित अधिगम परिणाम CLOs(Course Learning Outcomes):

i. पाठ्यचर्या ‘मशीन अनुवाद-2’  के लिए अर्हता

ii. मशीन अनुवाद के सैद्धांतिक पक्ष से परिचय

iii. मशीन अनुवाद की प्रक्रिया एवं प्रणालियों की जानकारी

iv. मशीन अनुवाद की पद्धतियों एवं चुनौतियों से परिचय

v. मशीन अनुवाद के विभिन्न सॉफ्टवेयर एवं प्लेटफार्म के प्रयोग में दक्षता