यह विकल्प चौथे सेमेस्टर में उपलब्ध होगा

पाठ्यचर्या में परियोजना कार्य के अंतर्गत विद्यार्थियों को अनुवाद अभ्यास कराया जाएगा। विद्यार्थी अपनी रुचि के अनुसार पाठ का चयन करेगा और परियोजना प्रस्ताव को तैयार कर विभाग के समक्ष प्रस्तुत करेगा।  विभाग द्वारा परियोजना कार्य की लिखित स्वीकृति एवं शोध-निर्देशक तय हो जाने के बाद ही अनुवाद परियोजना का कार्य शुरू होगा। इस परियोजना में आशु अनुवाद अभ्यास अथवा साहित्यिक और साहित्येतर विधाओं से संबंधित अनुवाद कार्य को शामिल किया जा सकता है।


इस पाठ्यक्रम में हम साहित्येतर अनुवाद के बारे में विस्तार से पढेंगे और कुछ पाठों का अनुवाद भी करेंगे । पाठों की प्रकृति का अध्ययन एवं उनकी विशेषता का भी अध्ययन करेंगे।


इस पाठ्यचर्या में वैज्ञानिक एवं तकनीकी अनुवाद अनुवाद से संबंधित मॉड्यूल हैं। इसके अंतर्गत वैज्ञानिक एवं तकनीकी पाठ के अनुवाद की विशेषताओं और सावधानियों का अध्ययन किया जाएगा। इसमें विषय विशेष एवं प्रयोग क्षेत्र से संबंधित पाठों के अनुवाद में सहायक पारिभाषिक शब्दावली का अध्ययन किया जाएगा। इसमें वैज्ञानिक भाषा की विषयनिष्ठता, पारिभाषिक शब्दावली की उपयोगिता,पारिभाषिक शब्दावली निर्माण सिद्धांत और वैज्ञानिक साहित्य की भाषा,अनुवाद समस्याएं आदि के संबंध में चर्चा की गई है।


यह पाठ्यचर्या मशीनी अनुवाद के प्रायोगिक पक्ष से संबंधित है। इस पाठ्यचर्या के अंतर्गत मशीनी अनुवाद की प्रविधियाँ एवं प्रक्रिया को विस्तार से बताया जाएगा। इसके अलावा मशीनी अनुवाद में प्रयोग होनेवाले विभिन्न टूल्स को विस्तार से बताया जाएगा। मशीनी अनुवाद की शुद्धता को जांचने के लिए प्रयोग में लायी जाने वाली विभिन्न मूल्यांकन विधियों को विस्तार से बताया जाएगा।

इस पाठ्यचर्या में साहित्यानुवाद से संबंधित मॉड्यूल शामिल हैं। इस पाठ्यचर्या में साहित्य के प्रकार, उसकी विभिन्न विधाओं का अनुवाद आदि का अध्ययन किया जाएगा।